मथुरा। कान्हा की नगरी में चौथी बार आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत को दुल्हन की तरह कान्हा की नगरी को सजाया गया है। रोशनी से नहाई नगरी में पीएम की जोरदार अगवानी होगी। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। करीब साढ़े तीन घंटे तक पीएम मथुरा में रहेंगे। ऐसे में शहर को चमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। ब्रजवासियों को पीएम से जिले के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की उम्मीद है।
भूतेश्वर चौराहा की सुंदरता तो मन को मोह लेती है।
प्रधानमंत्री कैंट छावनी स्थित हेलीपैड से श्रीकृष्ण जन्मस्थान जाएंगे। इसलिए पूरे मार्ग को सजा दिया गया है। मछली फाटक से रेलवे मैदान और फिर स्टेट बैंक चौराहा से लेकर बीएसए कालेज और भूतेश्वर कालेज से श्रीकृष्ण जन्मस्थान का मार्ग की छटा अब देखते ही बनती है।
स्टेट बैंक चौराहा के चारों ओर लाइट के साथ रंग-बिरंगे कप़ड़ों की सजावट की गई है। इससे आगे बढ़ते ही बीएसए कालेज तक डिवाइडर में गमलों के बीच बल्ब जल रहे हैं, तो दीवारों पर मोहक चित्रकारी की गई है। इन चित्रों के बीच भी बल्ब लगा दिए गए हैं। भूतेश्वर चौराहा की सुंदरता तो मन को मोह लेती है।
विद्युत झालर से सजाए गए चौराहे
विद्युत झालर से सजाए गए इस चौराहे पर रंग-बिरंगे कपड़े लगाए गए हैं। भूतेश्वर चौराहा पर धनुष बाण लिए भगवान राम की मंंदिर के साथ रोशनी से नहाए कलाकृति मन को मोह लेती है। जन्मस्थान तक मार्ग की भव्यता देखते ही बन रही है। गुरुवार को प्रधानमंत्री के आने से करीब दो घंटे पहले ही निर्धारित मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। मार्ग पर कोई भी बीच में न आ पाए, इसके लिए दोनों ओर लोहे की रेलिंग लगा दी गई हैं।
जन्मस्थान मार्ग रहेगा पूरी तरह बंद
गुरुवार शाम भाजपा नेताओं की बैठक में तय किया गया कि भाजपा कार्यकर्ता पूरे मार्ग के दोनों ओर खड़े होंगे। जब पीएम और सीएम का काफिला गुजरेगा तो हाथों में पार्टी का झंडा लहराएंगे और काफिले पर पुष्प वर्षा करेंगे। ये क्षण माहौल को खुशनुमा बना देगा। पीएम के मंदिर जाने और फिर वापस ब्रज रज उत्सव में पहुंचने तक धौली प्याऊ से जन्मस्थान मार्ग पूरी तरह बंद रहेगा।
बांकेबिहारी के गलियारा के लिए हो सकती अहम घोषणा
हाई कोर्ट ने ठाकुर बांकेबिहारी के गलियारा के लिए हरी झंडी दे दी है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र या फिर सीएम योगी आदित्यनाथ अपने संबोधन में इसे लेकर महत्वपूर्ण घोषणा भी कर सकते हैं। इस पर ब्रजवासियों की नजर टिकी है। हाई कोर्ट ने मंदिर प्रबंधन की धनराशि का गलियारा निर्माण में इस्तेमाल न करने की बात कही है, ऐसे में पीएम या सीएम की घोषणा महत्वपूर्ण होगी।