चंडीगढ़। पंजाब के सीमावर्ती जिले गुरदासपुर में ड्रोन के जरिए हथियार और गोला बारुद की तस्करी के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने मोहाली की एनआइए की विशेष अदालत में चार्जशीट पेश की है। एनआइए की ओर से मलकीत सिंह उर्फ पिस्तौल के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है।
सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने आस्ट्रिया में बने पांच पिस्तौल, 10 मैगजीन और 91 जिंदा कारतूस सहित गोला बारूद जब्त किया था। बीती 24 मार्च को बटाला के डेरा बाबा नानक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जिसके बाद बीती 8 अगस्त को मामला एनआइए ने अपने हाथों में ले लिया था। एनएआइ की ओर से आर्म्स एक्ट, एयरकाफ्रट व यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था।
आतंकवादी संगठन के शामिल होने का पता चला
एनआइए की ओर से बताया गया कि जांच में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ)और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों कें बीच संबंधों का पता चला था। इस आतंकी नेटवर्क में आरोपित मलकीत सिंह, तरणजोत उर्फ तन्ना और गुरजीत सिंह शामिल है।
जांच में पाया गया कि ये संचालक पाकिस्तान ड्रग तस्करों रहमत अली उर्फ मियां पाकिस्तान के केएलएफ और इंटरनेशनल सिंह यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे उर्फ बाबा जी और रणजोत सिंह के साथ सीधे संपर्क में थे।
आतंकियों व गैंगस्टरों पर शिकंजा कसा जा रहा है
एनआइए के अधिकारियों के मुताबिक केएलएफ और आइएसवाइएफ दोनों भारत में प्रतिबंधित है। आरोपित हमलों के साथ साथ आपराधिक धमकी, हत्या जबरन वसूली आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने का काम करते थे। ध्यान रहे कि एनआइए की ओर से लगातार आतंकियों व गैंगस्टरों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
आतंकी गैंगस्टर के खिलाफ चल रही कार्रवाई
आतंकी गैंगस्टर गठजोड़ को तोड़ने के लिए एनआइए की ओर से लगातार राज्य में छापेमारी की जा रही है। पंजाब पुलिस की ओर से गैंगस्टरों व आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।पिछले दस महीनों में एनआइए की ओर से करीब दस बार छापेमारी की गई।