पटियाला। पराली जलाने की कुल घटनाएं 31932 और ऐसा करके नियमों का उल्लंघन करने वाले किसानों के खिलाफ महज 335 एफआईआर ही दर्ज। यह आंकड़े हैं पंजाब में मौजूदा धान सीजन के। एक ओर जहां राज्य सरकार समय-समय पर पराली जलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की घुड़की देती रहती है वहीं अपने इन निर्देशों पर प्रैक्टिकल रूप से अमल करने में उतनी ही ढिलाई बरत रही है।
SC के निर्देशों के बाद जारी किया था रेड अलर्ट
पराली जलाने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया में भी तेजी तब आयी है जब सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में राज्य सरकारों की खिंचाई अन्यथा धान की कटाई के शुरुआती दिनों में तो इस बारे कार्रवाई शून्य ही रही। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद राज्य में रेड अलर्ट जारी किया गया। साथ ही पराली जलने की घटना वाले स्थान की जानकारी मिलने पर डीसी और एसएसपी अब खुद भी जाने लगे हैं। ऐसा आज गुरुवार को पटियाला में नाभा के निकट गांव रोहटा में हुआ जहां पराली जलने वाले स्थान पर डीसी साक्षी साहनी और एसएसपी वरुण शर्मा खुद पहुंच गए।
इन जिलों में पराली जलाने पर इतनीं एफआईआर हुई दर्ज
तरनतारन 29
बरनाला 14
गुरदासपुर 06
फरीदकोट 51
पटियाला 28
मोगा 77
नवांशहर 17
होशियारपुर 05
फिरोजपुर 30
फाजिल्का 21
मानसा 32
बठिंडा 01
रोपड़ 00
अमृतसर 19
लुधियाना 05
गुरुवार को 1271 जगह जली पराली
आज वीरवार को राज्यभर में पराली जलाने की कुल 1271 घटनाएं हुई। इनमें सबसे ज्यादा 237 घटनाएं मोगा में हुई। इस तरह मौजूदा धान सीजन में अब तक पराली जलने की कुल 31932 घटनाएं हो चुकी है। साल 2021 में 16 नवंबर तक राज्य में पराली जलाने की जहां 68777 घटनाएं हुई थीं वहीं साल 2022 में 16 नवंबर तक यह आंकड़ा 46822 था।
गुरुवार को यहां यूं जली पराली
मोगा 237
बठिंडा 170
बरनाला 145
संगरूर 129
फरीदकोट 113
फिरोजपुर 77
फाजिल्का 64
मुक्तसर 61
लुधियाना 110