मुंबई। मुंबई पुलिस ने 15,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर समेत 32 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। पुलिस के अनुसार 2019 से अब तक धोखाधड़ी के मामले में चंद्राकर के अलावा मुख्य आरोपित रवि उप्पल और शुभम सोनी और अन्य के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। 30वीं कुर्ला अदालत के निर्देश पर आरोपितों के विरुद्ध आइपीसी की धारा 420, 120-बी, आइटी एक्ट (साइबर आतंकवाद के लिए) व जुआ अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया।
ईडी ने बीते सप्ताह दावा किया कि फोरेंसिक विश्लेषक व एक कैश कूरियर द्वारा दिए गए बयान से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं कि महादेव एप के प्रमोटरों ने अब तक छत्तीसगढ़ के सीएम को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है और ये जांच का विषय है। बाद में भाजपा ने शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया था और इसमें कहा गया कि वह इस एप का मालिक है और उसके पास बघेल को मोटी रकम का भुगतान करने का सुबूत है। पांच नवंबर को केंद्र ने ईडी के अनुरोध पर महादेव एप सहित 22 अवैध सट्टेबाजी प्लेटफार्मों के खिलाफ ब्लाकिंग आदेश जारी किए थे।
महादेव ऐप का कथित मालिक शुभम तीन साल पहले ही छोड़ चुका भिलाई
दुबई से जारी एक वीडियो में खुद को महादेव आनलाइन सट्टा एप का मालिक बताने वाला शुभम सोनी तीन साल पहले ही भिलाई छोड़ चुका है। उसका छोटा भाई सोनू भी दो साल से गायब है। मूलरूप से आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के रहने वाले उसके पिता लाला सोनी भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) के कर्मचारी हैं। वह भी पत्नी पार्वती सोनी के साथ दो महीने पहले भिलाई छोड़कर कहीं और चले गए हैं।
वर्तमान में उसके घर में शुभम का मौसेरा भाई और बहन रह रहे हैं। स्वजन के गायब होने के समय और परिस्थितियों को देखकर लग रहा है कि महादेव एप के संचालक के रूप में अब तक चर्चा में रहे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने दो महीने पहले से ही शुभम को महादेव एप का मालिक दिखाने की पृष्ठभूमि तैयार कर ली थी। बता दें कि तीन दिन पहले इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर शुभम सोनी नाम के व्यक्ति ने एक वीडियो अपलोड किया था। इसमें उसने खुद को महादेव आनलाइन सट्टा एप का मालिक बताया था। उसने सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को अपना कंस्ट्रक्शन एडवाइजर बताया था।
उसने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये देने का दावा भी किया था। इसके बाद से शुभम को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं गर्म हैं। शुभम सोनी भिलाई के खुर्सीपार में जोन-2 वार्ड 50 के सड़क 32 में रहता था। शुभम का एक छोटा भाई भी है, जिसका नाम सोनू है। बताया जा रहा है कि करीब दो साल से वह भी शहर से गायब है। उसके पिता लाला सोनी और मां पार्वती सोनी दो महीने पहले तक यहीं थे।
शुभम सोनी का मौसेरा भाई विशाल सोनी और मौसेरी बहन काजल छह महीने पहले खुर्सीपार आए थे। विशाल और काजल भी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले हैं। विशाल यहां पर रहकर बीसीए की पढ़ाई कर रहा है। दो महीने पहले विशाल और उसकी बहन काजल से शुभम के माता-पिता ने कहा था कि वे लोग किसी काम से बाहर जा रहे हैं और जल्द ही वापस लौट आएंगे। इसके बाद से उन दोनों के मोबाइल नंबर बंद हैं। विशाल और काजल के गुजारे के लिए उनके पिता उत्तर प्रदेश से पैसे भेज रहे हैं।